सोमवार, 19 अप्रैल 2010

फिल्मों पर भारी खेल का मजा


लगातार तीसरे साल आईपीएल के चलते बाॅलीवुड को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है. बड़े बजट और सितारों से सजी दर्जनभर फिल्में आईपीएल के चलते हुई नाकाम.
मुंबइया फिल्म इंडस्ट्री के लिए यह एक ऐसी चुनौती है, जिसे लेकर वह पहले से ही पूरी तैयारी में थी. बावजूद इसके, पहले दो संस्करणों की तरह ही आईपीएल का तीसरा सत्र भी इंडस्ट्री के लिए ऐसी चुनौती बनकर उभरा है, जिसने एक बार फिर उसे करारी शिकस्त दी है. 12 मार्च को आईपीएल के आगाज के बाद से हीे देशभर के सिनेमाघरों में विरानी छाई हुई है और बड़े निर्माता और फिल्म कंपनियां अपनी फिल्मों की तारीख आगे बढ़ाने पर मजबूर हो गई हैं. और जिन छोटे व मध्यम श्रेणी के निर्माताओं ने आईपीएल के इस सीजन में अपनी फिल्में रिलीज करने का साहस जुटाया, वे अब टिकट खिड़की पर कमाई के आंकड़ों को देखकर अपने फैसले पर आंसू बहा रहे हैं. हरेक साल दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाली इंडस्ट्री की हाल-पिफलहाल तो यही नियति है.
वैसे तो आईपीएल का पहला सत्र ही इंडस्ट्री के लिए एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरा था. 2008 में आईपीएल के आगाज के साथ ही बाॅलीवुड को करारा झटका लगा था, जब कई बड़े बजट की फिल्में अच्छी होने के बावजूद टिकट खिड़की पर औंध्ेा मुंह गिरी थी. इसके बाद 2009 में भी वही कहानी दोहराई गई. 2009 में तो निर्माताओं और वितरकों के बीच मुनाफे को लेकर दो महीने तक चली रस्साकशी के चलते हालात और ज्यादा खराब हो गए थे. फिल्म विश्लेषक कोमल नाहटा के मुताबिक- ‘पिछले दो साल में आईपीएल के चलते इंडस्ट्री को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा. इससे भी बढ़कर उन दर्जनों नए निर्देशकों और कलाकारों का भविष्य भी अंधकारमय हो गया, जो आईपीएल के दौरान रिलीज हुई अपनी फिल्मों के साथ इंडस्ट्री में धमाकेदार करियर की आस लगाए बैठे थे.’
और अब, आईपीएल के तीसरे संस्करण में भी यही कहानी देखने में आ रही है. आईपीएल का यह तीसरा सत्र 12 मार्च से शुरू हुआ और संयोग से इसी दिन शुक्रवार था. सो, इसी दिन से बाॅलीवुड का आईपीएल से शिकस्त का सिलसिला भी शुरू हो गया. 12 मार्च को ही टिकट खिड़की पर एक साथ चार फिल्में रिलीज हुईं, जिनमें से दो फिल्में राइट या रांग और हाइड एंड सिक बड़े सितारों और बड़े बैनर की पिफल्में थीं. सुभाष घई के बैनर तले रिलीज हुई राइट या रांग में सन्नी देओल, इरपफान खान और कोंकणा सेन जैसे बड़े सितारे थे, जबकि हाइड एंड सिक निर्माता-निर्देशक अपूर्व लखिया के बैनर की फिल्म थी. इसके बावजूद दोनों ही फिल्में आईपीएल के चलते टिकट खिड़की पर कोई भी प्रभाव छोड़ने में नाकामयाब रही. इसके बाद मार्च और अप्रैल में वेलडन अब्बा, हम तुम और घोस्ट, अतिथि तुम कब जाओगे, शापित जैसी कई बड़े बैनर और सितारों की फिल्में रिलीज हुईं, लेकिन भारतीय दर्शकों के बीच आईपीएल की दीवानगी के चलते सभी टिकट खिड़की पर नाकाम ही साबित हुई.
जाहिर है, बाॅलीवुड का जादू हर बार आईपीएल के सामने फीका पड़ जाता है. तो इसकी सबसे बड़ी वजह क्या है? इस बारे में नाहटा का मानना है- ‘चूंकि आईपीएल घर बैठे उपलब्ध हो जाने वाला मनोरंजन है, इसलिए दर्शक सिनेमाघरों में आकर फिल्में देखने के बजाए अपने परिवार के साथ घर पर ही बैठकर मैच देखना पसंद करते हैं.’ इसके साथ ही एक दूसरी बड़ी वजह यह भी है कि देश में लोकप्रियता के मामले में क्रिकेट अभी भी फिल्मों से कई कदम आगे है. फिल्म अभिनेता सुनील शेेट्टी के मुताबिक- ‘भले ही इसे हजम कर पाना मुश्किल हो, लेकिन पिछले तीन सालों से सबसेे बड़ी सच्चाई यही है कि आईपीएल बाॅलीवुड का सबसे कट्टर प्रतिद्वंद्वी बनकर उभरा है.’ सुनील शेट्टी की फिल्म तुम मिलो तो सही आईपीएल के दौरान ही मार्च को रिलीज हुई. नतीजतन उनकी फिल्म का भी वही हश्र हुआ. आलोचकों से अच्छी प्रतिक्रिया के बावजूद दर्शक सिनेमाघरों से नदारद ही रहे. वहीं, आईपीएल के मैचों का समय भी बाॅलीवुड के लिए मुश्किल चुनौती साबित हुआ. इस साल के आईपीएल के सभी मैच 4 बजे से शुरू हुए. ऐसे में जिस दिन, दो-दो मैच थे, तो आईपीएल का प्रसारण रात के बारह बजे तक जारी रहा. आमतौर पर पिफल्मों की ज्यादातर कमाई शाम और रात के शो से ही होती है, लेकिन आईपीएल के दौरान दर्शक रात में सिनेमाघरों से दूर ही रहे.
इसी के चलते, अब बाॅलीवुड आईपीएल की चुनौती से निपटने की कोशिशों में जुट गया है. ज्यादातर निर्माता अपनी फिल्मों की रिलीज को आगे बढ़ा चुके हैं. ऐसे ही एक निर्माता-निर्देशक दीपक बलराज विज हैं, जिन्होंने जैकी श्राॅफ अभिनीत साईं बाबा पर आधरित अपनी फिल्म की रिलीज को कई महीने पीछे धकेल दिया है. बलराज विज के मुताबिक- ‘आईपीएल के दौरान फिल्म रिलीज करने का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि भारतीय दर्शक हमेशा ही फिल्मों पर क्रिकेट को प्राथमिकता देते रहे हैं.’ पच्चीस से ज्यादा अन्य फिल्मों की रिलीज तारीख भी कई महीने आगे बढ़ा दी गई है.
लेकिन दिक्कतें इससे खत्म नहीं हो जाती. 25 अप्रैल को आईपीएल के समापन के बाद 31 अप्रैल से ट्वेंटी-ट्वेंटी विश्वकप शुरू हो जाएगा. इसके बाद दक्षिण अÚीका में फुटबाॅल का विश्वकप आयोजित होना है.
फिलहाल तो बाॅलीवुड आईपीएल की गहरी मार से ही जूझ रहा है. मात्र तीन साल में ही आईपीएल को पंद्रह हजार करोड़ रुपए के साम्राज्य में तब्दील कर देने वाले ललित मोदी को बाॅलीवुड पर भी नजरें इनायत करने की सख्त जरूरत है.

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